कोरोना संक्रमण का फिर बड़ा खतरा, उत्तराखंड में जल्द जारी होगी एसओपी
देहरादून: कोरोना संक्रमण का खतरा एक बार फिर दुनिया में मंडरा रहा है I चीन-अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए केसों में इजाफे के साथ ही भारत में भी महामारी को लेकर फिर अलर्ट जारी कर दिया गया है।कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर उत्तराखंड भी सतर्क हो गया है। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद जल्द ही नई एसओपी (मानक प्रचलन प्रक्रिया) जारी की जाएगी।
चीन समेत कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने से केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद उत्तराखंड भी निगरानी बढ़ाने के साथ जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए जिलों को निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलजा भट्ट ने विभागीय अधिकारियों की बैठक कर सीएमओ को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमितों के 10 प्रतिशत सैंपलों की अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए। जिससे कोरोना के नए स्ट्रेन का पता लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि राज्य में अभी तक ओमिक्रॉन के पुराना स्वरूप का प्रभाव है। वायरस का नया वेरिएंट नहीं मिला है।
राज्य में कोरोना संक्रमण की सामान्य स्थिति है। प्रतिदिन औसतन दो से तीन संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को प्रदेश भर में 350 सैंपलों की जांच की गई। इसमें चार लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या 29 है। सैंपल जांच के आधार पर प्रदेश में संक्रमण दर 1.14 प्रतिशत और रिकवरी दर 96 प्रतिशत है।
प्रदेश में कोरोना का पहला मामला 15 मार्च 2020 को देहरादून में मिला था। इसके बाद से अब तक प्रदेश में 4.49 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। इसमें 4.31 से अधिक संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। वहीं, कोरोना से प्रदेश में 7751 लोगों की मौत हुई है।