सर्दियों में सबकी पसंद पालक का साग, सेहत के लिए भी है रामबाण
सर्दियों में सबकी पसंद पालक का साग, सेहत के लिए भी है रामबाण
पालक के साग का जिक्र हो तो मक्का की रोटी की ललक खुद ब खुद मन में जाग उठती है। हेल्दी पत्तेदार सब्जियों में से एक है। पालक क्योंकि स्वास्थ, विषेशकर लोह तत्वों के लिए एक बेहतल शाक माना जाता है। पालक को अपनी डेली डाइट में शामिल करने की अक्सर सिफारिश की जाती है, खासकर सर्दियों के मौसम में। पालक आमतौर पर करी बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। कुछ लोग इसे पास्ता और सलाद में भी मिलाते हैं। हालांकि, पालक का सही तरीके से सेवन न करने से इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू पर असर पड़ सकता है। खाना पकाने की विधि फूड्स के न्यूट्रिशनल कंटेंट को प्रभावित करती है। इसी तरह सभी जरूरी पोषक तत्वों को बनाए रखने के लिए पालक का भी सही तरीके से सेवन करना चाहिए। पालक का सेवन करते समय पालक को कच्चा खाने से बचना चाहिए। कच्चा पालक खाने से किडनी की पथरी बन सकती है। जानकारों के अनुसार पालक में ऑक्सालिक एसिड होता है जो कैल्शियम और आयरन जैसे मिनरल के एब्जॉर्प्शन को बिगाड़ सकता है। कच्चा पालक खाने से किडनी की पथरी होने का खतरा हो सकता है।
दूसरी ओर पालक को ज्यादा पकाने से पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं। इससे इसमें मौजूद सारा कैल्शियम ख़त्म हो सकता है।
पालक को स्मूदी में मिलाना आजकल एक आम बात है। हालांकि, बहुत से लोग नहीं जानते कि पालक की पत्तियों को मिलाने से फाइबर टूट सकता है और इसमें मौजूद ऑक्सालिक एसिड खत्म नहीं होगा। पोषण विशेषज्ञ पालक को हल्का पकाने की सलाह देते हैं। हल्के से पकाए गए पालक में सीमित ऑक्सालिक एसिड के साथ सभी जरूरी पोषक तत्व होते हैं। पालक विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, फोलिक एसिड और कई अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकते हैं। पालक आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और ब्लड प्रेशर नंबर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। पालक फाइबर से भी भरपूर होता है जो पाचन को बढ़ावा देने और वजन घटाने में सहायता कर सकता है।