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प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे राम मंदिर पुनर्स्थापना के प्रणेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी

प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे राम मंदिर पुनर्स्थापना के प्रणेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी
देहरादून/अयोध्या। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अगले महीने होने जा रहे मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है।
राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार दोनों वरिष्ठ नेताओं के उम्र और स्वास्थ्य की वजह से उनके समारोह में आने की संभावना कम ही है। बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए हुए आंदोलन का नेतृत्व बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने ही किया था जिसके चलते बीजेपी को देश में विस्तार मिला और आज देश की सबसे बड़ी पार्टी बनी है।
हालांकि राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया से कहा, “दोनों नेता परिवार के बड़े हैं और उनकी उम्र को देखते हुए, उनसे समारोह में न आने के के लिए कहा गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार भी कर लिया है लेकिन जिस तरह से दोनों नेताओं को 2014 से ही हाशिए पर डाला गया है उससे उन दोनों को सोची समझी नीति के तहत कार्यक्रम से दूर रखने का इशारा मिलता है।
प्रेस रिव्यू में मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया कि ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए पूजा 16 जनवरी से शुरू होकर 22 जनवरी तक चलेगी।
इस समारोह में बुलाए गए मेहमानों की विस्तृत सूची की जानकारी देते हुए चंपत राय ने कहा कि आडवाणी और जोशी उम्र और स्वास्थ्य संबंधी कारणों की वजह से शायद इसमें शामिल न हों।
चंपत राय ने स्वयं दोनों वरिष्ठ नेताओं को कार्यक्रम में न आने को कहा इसके स्पष्ट संकेत स्वयं उन्होंने दिए।
हालांकि उम्र और मौसम का असर दोनों वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में बाधक है फिर भी राम मंदिर निर्माण में उनकी भूमिका प्रणेता की रही है और इसी के चलते कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति विशेष मायने रखती।
आडवाणी अभी 96 साल के हैं और मुरली मनोहर जोशी अगले महीने 90 वर्ष के हो जाएंगे।
हालांकि, चंपत राय ने ये भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा को समारोह का न्योता देने के लिए एक तीन सदस्यों वाली टीम बनाई गई है।
उन्होंने कहा, “छह दर्शन परंपराओं के शंकराचार्य और 150 साधु-संत इसमें भाग लेंगे। इनके अलावा करीब 4000 संत और 2,200 अन्य मेहमानों को भी समारोह के लिए न्योता दिया गया है।”
चंपत राय ने बताया कि काशी विश्वनाथ, वैष्णो देवी जैसे बड़े मंदिरों और धार्मिक तथा संवैधानिक संस्थाओं के प्रमुखों को भी न्योता भेजा गया है।
राय ने कहा कि धर्म गुरु दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमई, योग गुरु रामदेव, सिनेमा जगत के सितारे जैसे रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, फ़िल्म निर्देशक मधुर भंडारकर और जाने-माने कारोबारी जैसे मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, प्रसिद्ध पेंटर वसुदेव कामत, इसरो के डायरेक्टर नीलेश देसाई सहित कई बड़ी हस्तियों को भी फंक्शन में बुलाया गया है।
उन्होंने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से अगले 48 दिनों तक ‘मंडल पूजा’ होगी। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर 23 जनवरी से खुल जाएगा।
राय ने बताया कि मेहमानों के रुकने के लिए अयोध्या में तीन से अधिक जगहों पर पूरे प्रबंध किए गए हैं। इसके अतिरिक्त अलग-अलग मठों, मंदिरों और आम लोगों के परिवारों ने भी 600 कमरे तैयार रखे हुए हैं।