श्रीकरणपुर की जनता ने ट्रेन चलने से पहले ही टीटी को ट्रेन से उतार दिया
श्रीकरणपुर की जनता ने ट्रेन चलने से पहले ही टीटी को ट्रेन से उतार दिया
श्रीगंगानगर। हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी भारी बहुमत से तीन राज्यों- राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने में सफल रही थी। इन चुनावों के नतीजे चुनावी पंडितों को भी चौंकाने वाले थे। वहीं राजस्थान के श्रीकरणपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी और तत्कालीन विधायक श्री गुरमीत सिंह कूनर के निधन के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया था उसके बाद उपचुनाव की घोषणा हुई थी। कांग्रेस ने कूनर के बेटे रूपिंदर सिंह को इस सीट से मैदान में उतारा था उधर भाजपा ने पूर्व कांग्रेसी सुरेंद्र सिंह टीटी को अपना उम्मीदवार बनाया था। बता दें कि टीटी को भाजपा ने मतदान से ऐन पहले न केवल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बना दिया था बल्कि उनके विभागों की घोषणा भी कर दी थी ताकि स्थानीय मतदाताओं में यह संदेश जाए कि उनके द्वारा चुना हुआ प्रत्याशी मंत्री बनेगा लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था जैसे ही पांच जनवरी को हुए उपचुनाव के नतीजे आठ जनवरी को आए, लोगों में एक अलग बात उभर कर निकली। लोग कहने लगे “श्रीकरणपुर की जनता ने ट्रेन चलने से पहले ही टीटी को ट्रेन (चुनावी) से उतार दिया”।
दरअसल राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। यहां से बीजेपी के प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी चुनाव हार चुके हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि बीजेपी इस उपचुनाव से पहले ही टीटी को भजन लाल कैबिनेट में मंत्री बना चुकी थी। इसलिए इस चुनाव में बीजेपी का काफी कुछ दांव पर लगा हुआ था। कांग्रेस प्रत्याशी रूपिंदर सिंह कूनर ने बीजेपी के सुरेंद्र पाल टीटी को हरा दिया है।
बता दें कि पिछले महीने चुनाव प्रचार के बीच कांग्रेस उम्मीदवार और तत्कालीन विधायक गुरमीत सिंह कूनर के निधन के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया था। उसके बाद उपचुनाव की घोषणा हुई थी। कांग्रेस ने कूनर के बेटे रूपिंदर सिंह को इस सीट से मैदान में उतारा था।
मंत्री बनने के बाद सुरेंद्र पाल सिंह अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त थे। उन्होंने कहा था कि श्रीकरणपुर के मतदाता बहुत समझदार हैं, मैं चुनाव जरूर जीतूंगा। साथ ही कहा था कि पार्टी ने मेरे माध्यम से सिख समाज को सम्मानित किया है।
श्रीकरणपुर विधानसभा ही नहीं समूचे राजस्थान में यह चर्चा आम हो ग ई है कि “श्रीकरणपुर की जनता ने ट्रेन चलने से पहले ही टीटी को ट्रेन (चुनावी) से उतार दिया”।