धारचूला में वर्ष 2000 से पहले अन्य राज्यों से आए 175 व्यवसायियों का होगा लाइसेंस रद्द
धारचूला में वर्ष 2000 से पहले अन्य राज्यों से आए 175 व्यवसायियों का होगा लाइसेंस रद्द
पिथोरागढ़/देहरादून। द्वारा गलती धारचूला क्षेत्र में वर्ष 2000 के बाद अनेकों लोगों ने उत्तराखंड से बाहर के क्षेत्रों से यहां आकर अपने व्यवसाय जमाए हैं जिससे स्थानीय लोगों को अनेकों प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ा है विशेषकर सामाजिक सौहार्द और सुरक्षा के मामले में।प हाल ही में कुछ विधर्मी लोगों ने धारचूला की युवतियों को अगवा गया जिससे स्थानीय लोगों में रोष उत्पन्न हुआ परिणाम स्वरुप
उत्तराखंड के धारचूला में स्थानीय व्यापारियों के संघ ने 91 अल्पसंख्यक दुकानदारों के पंजीकरण रद्द कर दिए है। यह कदम तब उठाया गया जब पता चला कि एक अल्पसंख्यक नाई इलाके की दो लड़कियों को भगा ले गया। धारचूला व्यापार मंडल के जेनेरल सेक्रेट्री महेश गब्रियाल ने कहा है कि “स्थानीय प्रशासन से मशवरे के बाद 91 दुकानों के पंजीकरण रद्द कर दिए गए और उनके मालिकों को इलाका छोड़ने के लिए कहा गया है। उनमें से कई हमारी बेटियों को फुसलाते रहे हैं।”
टेलीग्राफ ने गब्रियाल के हवाले से लिखा है कि “बरेली से ताल्लुक रखने वाले एक नाई ने 2 नाबालिग लड़कियों को मोहित किया और पिछले महीने उन्हें ले के भाग गया। इसके बाद, हमने यहां 91 दुकानदारों को गैरकानूनी तरीके से कारोबार करते हुए पाया। इन लोगों ने व्यापार मंडल में अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जो कि जरूरी है।”
उन्होंने कहा कि 91 दुकानदारों को तुरंत इलाका छोड़ने के लिए कहा गया। सभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से थे और अल्पसंख्यक समुदाय से थे। यहां के निवासी हर दिन “अवैध दुकानों” के खिलाफ मार्च का आयोजन कर रहे थे।
गब्रियाल ने कहा कि संगठन ने उन व्यापारियों के रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने का फैसला किया जो साल 2000 से पहले दूसरे राज्यों से यहां आए थे। उन्होंने आगे कहा कि “अब तक शहर के कुल 175 कारोबारी चिह्नित किए गए हैं। ये सभी लोग पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं। अगर हम बाहरी लोगों को यहां से हटा देंगे तो स्थानीय युवा व्यवसाय शुरू कर सकेंगे और आजीविका कमा सकेंगे।”
रिजाय अहमद नाम के दुकानदार ने कहा कि “एक समुदाय विशेष के व्यापारियों पर इस तरह का अत्याचार गलत है। एक शख्स की गलती के लिए सभी को सजा नहीं दी जा सकती। हम उस नाई का सपोर्ट नहीं करते जो लड़कियों के साथ भाग गया। हमने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं। लेकिन सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह संगठन से बात करके मामले को सुलझाएं।”
प्रभावित कारोबारियों के समूह ने पिथौरागढ़ प्रशासनिक अधिकारी से मुलाकात की और उनसे गुजारिश की कि उन्हें इलाके में कारोबार करने दिया जाए। धारचूला के उप प्रभागीय न्यायाधीश मनजीत सिंह ने कहा कि “हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। दुकानदारों ने कुछ मुद्दे उठाए हैं। हम जल्द ही उनके संघ के नेताओं के साथ उन पर चर्चा करेंगे।