दो दशक पूर्व पुलिस अभिरक्षा से फरार 25 हजार का ईनामी गिरफ्तारपिथौरागढ़: हत्या के आरोप में पिछले 25 वर्षो से फरार चल रहे 25 हजार के ईनामी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पुलिस लाकअप से फरार हुआ था जिसके खिलाफ कुर्की की कार्यवाही भी की गयी थी। जानकारी के अनुसार 30 अप्रैल 1998 को उमेद सिंह पुत्र हरी सिंह निवासी आदिचैरा, डीडीहाट द्वारा तहरीर देकर बताया गया था कि उनके चचेरे भाई तारा सिंह पुत्र मदन सिंह की मोहन सिंह पुत्र प्रताप सिंह निवासी हुनेरा पटृी आदिचैरा तहसील डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़ द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी और लाश को फेंक दिया गया है। इस सम्बन्ध में राजस्व पुलिस क्षेत्र पटृी आदिचैरा में सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। विवेचना के दौरान आरोपी मोहन सिंह को गिरफ्तार कर दिनांक 30 जून 1998 को उसके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया था। आरोपी को लॉकअप डीडीहाट में न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया था परन्तु आरोपी लॉकअप डीडीहाट से वर्ष 1998 में ही फरार हो गया था। जिस पर आरोपी मोहन सिंह के फरार होने के पश्चात उसकी चल अचल सम्पत्ति की कुर्की भी की गयी थी। न्यायालय द्वारा उसे फरार घोषित किया गया था। आरोपी मोहन सिंह पर पुलिस द्वारा 25 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया था। आरोपी की तलाश में जुटी कोतवाली डीडीहाट पुलिस द्वारा बीते रोज एक सूचना के आधार पर आरोपी मोहन सिंह को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में मोहन सिंह ने बताया कि वह वर्ष 1998 में लॉकअप डीडीहाट से फरार हो गया था और नाम व भेष बदलकर गिरफ्तारी से बचने हेतु दिल्ली, पंचाब, हरियाणा, ऋषिकेश आदि जगहों पर रहा कर होटल, ढाबों व अन्य जगहों पर काम किया। घर में पूजा पाठ होने के कारण वह कुछ दिन पूर्व ही घर आया था। बहरहाल पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
पिथौरागढ़: हत्या के आरोप में पिछले 25 वर्षो से फरार चल रहे 25 हजार के ईनामी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पुलिस लाकअप से फरार हुआ था जिसके खिलाफ कुर्की की कार्यवाही भी की गयी थी।
जानकारी के अनुसार 30 अप्रैल 1998 को उमेद सिंह पुत्र हरी सिंह निवासी आदिचैरा, डीडीहाट द्वारा तहरीर देकर बताया गया था कि उनके चचेरे भाई तारा सिंह पुत्र मदन सिंह की मोहन सिंह पुत्र प्रताप सिंह निवासी हुनेरा पटृी आदिचैरा तहसील डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़ द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी और लाश को फेंक दिया गया है। इस सम्बन्ध में राजस्व पुलिस क्षेत्र पटृी आदिचैरा में सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
विवेचना के दौरान आरोपी मोहन सिंह को गिरफ्तार कर दिनांक 30 जून 1998 को उसके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया था। आरोपी को लॉकअप डीडीहाट में न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया था परन्तु आरोपी लॉकअप डीडीहाट से वर्ष 1998 में ही फरार हो गया था। जिस पर आरोपी मोहन सिंह के फरार होने के पश्चात उसकी चल अचल सम्पत्ति की कुर्की भी की गयी थी।
न्यायालय द्वारा उसे फरार घोषित किया गया था। आरोपी मोहन सिंह पर पुलिस द्वारा 25 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया था। आरोपी की तलाश में जुटी कोतवाली डीडीहाट पुलिस द्वारा बीते रोज एक सूचना के आधार पर आरोपी मोहन सिंह को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
पूछताछ में मोहन सिंह ने बताया कि वह वर्ष 1998 में लॉकअप डीडीहाट से फरार हो गया था और नाम व भेष बदलकर गिरफ्तारी से बचने हेतु दिल्ली, पंचाब, हरियाणा, ऋषिकेश आदि जगहों पर रहा कर होटल, ढाबों व अन्य जगहों पर काम किया। घर में पूजा पाठ होने के कारण वह कुछ दिन पूर्व ही घर आया था। बहरहाल पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।