एशिया का सबसे बड़े वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर देहरादून में
एशिया का सबसे बड़े वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर देहरादून में
देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून से शुरू होकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक पहुंचने वाले एन एच 307 का राजाजी नेशनल पार्क से होकर गुजरने वाला लगभग 20 किमी. लम्बा वह भाग जो कुल 210 किमी लम्बे एक्सप्रेस वे माध्यम से सहारनपुर होते हुए देहरादून से दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर तक पहुंचता है। छह लेन के इस
एक्सप्रेस वे की यूं तो कई विशेषताएं हैं लेकिन इस लेख में जिस विशेषता की बात हम करने जा रहे हैं वह है इस राह में पड़ने वाला एशिया का सबसे लम्बा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर, राजाजी उद्यान के दक्षिणी प्रवेश द्वार से जुड़ते मार्ग के साथ ही इस मार्ग का अंतिम खंड अर्थात 20 किमी वह भाग जो देहरादून को यूपी से जोड़ता है। एक्सप्रेस वे का 20 किमी. लम्बा यह खंड अनेकों विशेषताएं समेटे हुए है। इस मार्ग में लगभग 2 किमी. लम्बी सुरंग भी शामिल है। 12 किलोमीटर का यह कॉरिडोर घने जंगलों से होकर गुजरेगा। इस दौरान सफर कर रहे लोगों को जंगल में शेर और हाथी समेत कई जानवर सफर के दौरान ही देखने को मिलेंगे। पर्यावरण और हरित आभा को समेटे एक्सप्रेस वे का यह भाग वन्य जीवों के स्वछंद व सुगम आवागमन में सार्थक है साथ ही इस मार्ग पर आने जाने वाले यात्रियों को सहज ही वन्य जीवों को दिखाकर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और चिड़ियाघरों का आनंद प्रदान करने वाला है।
वर्ष 2024 के मार्च माह में इस मार्ग के प्रारम्भ होने की आशा जताई जा रही है। इस मार्ग के प्रारम्भ होने पर न केवल देहरादून-दिल्ली आने-जाने में सुगमता होगी, महज 2.5 घंटे में पूरा रास्ता तय होने से समय में बचत होगी, इस मार्ग के दोनों ओर राजाजी पार्क में चहल कदमी करने वाले वन्य जीवों का दीदार भी हो सकेगा जिसे कहा जा सकता है “आम के आम और गुठलियों के दाम”।
इस वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर को एशिया का सबसे लम्बा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर बताया जा रहा है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर बन रहे वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर का डिजाइन NHAI और वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने मिलकर तैयार किया है। दिल्ली से देहरादून के बीच बन रहे इस ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण अब अंतिम चरण में है। इसके तैयार होने के बाद दिल्ली से देहरादून जाने में सिर्फ ढाई घंटे का वक्त लगेगा।
राजाजी नेशनल पार्क से सटे इस कॉरिडोर में जानवरों की मुक्त आवाजाही होगी। सबसे खास बात है कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर बन रहा यह प्रोजेक्ट एशिया का सबसे बड़े वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर होगा और इसकी लंबाई 12 किलोमीटर से ज्यादा होगी। यह वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर सिंगल पिलर पर 6 लेन का होगा। जंगल में कम से कम कंक्रीट का इस्तेमाल हो इसलिए इसके निर्माण में सिंगल पिलर का इस्तेमाल हो रहा है। इस कॉरिडोर के लिए कुल 571 पिलर बन रहे हैं और हर पिलर के बीच की दूरी 21 मीटर है। 6 लेन के इस कॉरिडोर पर रोजाना 20,000 से 30,000 वाहनों के गुजरने का अनुमान है। इस कॉरिडोर को दिल्ली से सहारनपुर के रास्ते देहरादून से जोड़ा जाएगा। NHAI के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करीब 13,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। एक्सप्रेसवे के तैयार होने के बाद दिल्ली, यूपी वालों के लिए मसूरी, देहरादून और हरिद्वार जाना आसान हो जाएगा। इसके साथ ही यह एक्सप्रेसवे जिन इलाकों से गुजरेगा वहां आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, पर्यावरण और हरित संरक्षण को नए आयाम मिलेंगे साथ ही यात्रा के मध्य जंगल सफारी भी।