जोशीमठ आपदा को लेकर सीएम धामी ने केन्द्रीय गृह मंत्री से की सहायता की मांग
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव से उत्पन्न स्थिति की विस्तृत जानकारी देने के साथ ही आपदा राहत कार्यों के लिए केंद्रीय सहायता का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को अवगत कराया कि जोशीमठ शहर जनपद चमोली का तहसील मुख्यालय, श्री बद्रीनाथ जी का शीतकालीन निवास स्थान होने के साथ सामरिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्थान है। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रभावितों की आवश्यक मदद का आश्वासन मुख्यमंत्री को दिया
केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात करने के दौरान मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय गृहमंत्री को बताया कि जोशीमठ पुराने भू-स्खलन के मोटी परत के मलबे के ऊपर बसा है। भू-स्खलन व भवनों में दरारों का इतिहास पुराना है परन्तु इस माह से भवनों में मोटी दरारें देखी गई हैंI
उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक क्षेत्र का 25 प्रतिशत भू-भाग, भू-धंसाव से प्रभावित है जिसकी अनुमानित जनसंख्या लगभग 25000 है, पालिका क्षेत्र में दर्ज भवन लगभग 4500 है, उस में से 849 भवनों में चौड़ी दरारें परिलक्षित हो चुकी है, अस्थायी रूप से विस्थापित परिवार 250 हैं, सर्वे गतिमान है एवं उक्त प्रभावित परिवार तथा भवन निरन्तर बढ़ रहे हैं। जबकि पुनर्वास हेतु पांच स्थल चिन्ह्ति किये गये है, जिनका भू-गर्भीय परीक्षण किया जा रहा है। जोशीमठ के कुल 09 वार्ड में से 04 वार्ड पूर्णरूपेण प्रभावित हैं जबकि 08 केन्द्रीय तकनीकी संस्थान प्रभावित क्षेत्र में वैज्ञानिक परीक्षण कर रहे है। इस दौरान सीएम ने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों की जानकारी भी केन्द्रीय गृह मंत्री को दीI
बताया कि जिलाधिकारी व गढ़वाल आयुक्त एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जोशीमठ क्षेत्र में कैम्प किया जा रहा है।
विभिन्न तकनीकी संस्थानों से विचार विमर्श के बाद प्रारम्भिक रूप से बताया गया है कि क्षेत्र में वृहद् पुनर्निर्माण की आवश्यकता होगी जिसका फ़ाइनल इस्तिमेशन तकनीकी परीक्षण समाप्त होने के बाद प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों के लिये तात्कालिक राहत शिविरों की व्यवस्था स्थायी पुनर्वास, नवीन स्थल विकास, आवास निर्माण, मूलभूत सुविधायें यथाः स्कूल, कालेज, आदि, जोशीमठ का पुर्ननिर्माण, विस्तृत तकनीकी जांच, भू-स्खलन की रोकथाम, सम्पूर्ण जल निकासी व्यवस्था, शहर में सीवर लाईन की व्यवस्था, समस्त घरों का सीवर लाईन से जुड़ाव आदि मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिये मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री से केंद्रीय सहायता के लिये अनुरोध किया।
केंद्रीय गृहमंत्री ने जोशीमठ के भू-धंसाव क्षेत्र के प्रभावितों की आवश्यक मदद का आश्वासन मुख्यमंत्री को दिया।