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जानिए वंदे भारत और वंदे ट्राम के बारे में

वंदे भारत ट्रेन का इन दिनों भारत भर में बोल बाला है। प्रधानमंत्री जी देश भर में वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए कृत संकल्प हैं जिसके तहत कुल 18 वंदे भारत ट्रेन विभिन्न रेल मार्गों पल चलाई जा चुकी हैं। दो दिन पहले ही उत्तराखंड को पंद्रहवी वंदे भारत ट्रेन का उपहार मिला जो उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून से दिल्ली के आनंन्द विहार टर्मिनल तक महज 4 घंटे 20 मिनट में पहुंचेगी। ताजा जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के हल्द्वानी स्टेशन से आनंद विहार दिल्ली तथा टनकपुर से देहरादून के मध्य भी वंदे भारत ट्रेन का शीघ्र संचालन हो सकता है।

सुविधाओं और गति के नजरिए से वंदे भारत ट्रेन, अभी तक की सभी ट्रेनों में अलग ही स्थान रखती हैं। निर्माण की आधुनिक शैली, आरामदायक सीटें व जन सुविधाएं वंदे भारत ट्रेन की विशेषताएं हैं। बताया जा रहा है कि वंदे भारत ट्रेन के लिए भोजन सहित व भोजन रहित, दोनों प्रकार के टिकट जारी किए जाते हैं। यहां भोजन स्वादिष्ट होने के साथ ही किफायती होना भी बताया जाता है।

वंदे भारत ट्रेन की तर्ज पर ही भारत सरकार छोटी दूरी की यात्राओं के लिए सहज, सुगम व आराम दायक ट्रेन मुहैया कराने जा रही है जिन्हें वंदे ट्राम के रुप में जाना जाएगा। वंदे ट्राम ट्रेनों में जहां खुबसूरती और आरामदायक सफर का एहसास होगा वहीं लम्बी दूरी की ट्रेनों के मुकाबले इन्हें अधिक फेरों के साथ स्थानीय व छोटी दूरी के यात्रियों के लिए चलाया जाएगा। अभी तक छोटी दूरी की ट्रेनें ‘शटल’ ट्रेन के रुप में जानी जाती हैं। वर्तमान परिपेक्ष में ऐसी छोटी दूरी की ट्रेन सहजता, सुगमता और आकर्षक परिवेश में यात्रियों को उनके गंतव्य तक ले जाएगी।

वंदे ट्राम के चलने से एक तरफ छोटी दूरी के यात्रियों को लम्बी दूरी की ट्रेनों में सीट उपलब्धता व आरक्षण आदि की परेशानियों से निजात मिलेगी तो वहीं लम्बी दूरी की वंदे भारत ट्रेनों में स्थानीय यात्रियों की भीड़ व धक्का मुक्की से राहत मिलेगी।

इस प्रकार देखा जाए तो आकर्षक कलेवर में वंदे भारत व वंदे ट्राम दोनों ही प्रकार की ट्रेन यात्रियों को सुविधाएं व अपनी सेवाएं देने के साथ ही रेलवे के इतिहास में यात्री प्रबंधन का नया अध्याय भी प्रारम्भ करेंगी।