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दैवीय आपदा से राहत व बचाव कार्यों की कैम्प कार्यालय में वीसी के माध्यम से समीक्षा

दैवीय आपदा से राहत व बचाव कार्यों की कैम्प कार्यालय में वीसी के माध्यम से समीक्षा
रूद्रपुर। मा0 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम मे जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने विगत दिनों खटीमा, सितारगंज एवं नानकमत्ता क्षेत्र में आई दैवीय आपदा से राहत व बचाव कार्यों की कैम्प कार्यालय में वीसी के माध्यम से समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी खटीमा को निर्देश देते हुए कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के स्पष्ट निर्देश हैं कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को शीघ्र-अतिशीघ्र अहैतुक सहायता राशि वितरित किया जाये, इसमें किसी भी प्रकार का विलम्ब न किया जाए। उन्होने कहा कि जिन परिवारों को अहैतुक सहायता राशि दी जा रही है उनकी सूची तत्काल तैयार कर भेजें। उन्होेंने कहा कि जिन मकानों की आपदा के कारण आशिंक क्षति हुई है उनकी सूची तैयार करें। उन्होेंने कहा कि आपदा प्रभावित सभी परिवारों को अहैतुक सहायता अवश्य मिलें कोई भी परिवार न छुटे, इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश है कि बाढ़ प्रभावितों की सहायता में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाएं। उन्होने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों के राहत व बचाव के लिए धन की कोई कमी नही होने दी जायेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावितों के सहायता के लिए 1 करोड 70 लाख़ रूपये की धनराशि दी जा चुकी एवं मा0 मुख्यमंत्री द्वारा आज ही 10 करोड़ रूपये स्वीकृत कर दिए गए है। उन्होने सम्बन्धित उपजिलाधिकारी को सख्त निर्देश दिए है कि राहत राशि उपलब्ध कराने हेतु लेखपालों को लगाते हुए कल ही कम से कम 5 हजार परिवारों को अहैतुक सहायता प्रदान कराना सुनिश्चित करें। उक्त कार्यों के सफल सम्पादन के लिए पूर्व में तैनात लेखपालों को सम्मिलित करते हुए 10 टीमों का गठन किया गया है जो मौके पर ही राहत राशि वितरण करने का कार्य करेंगे। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी खटीमा को निर्देश दिए कि नगरीय क्षेत्र में आने वाली दुकानों में जलभराव के कारण होने वाली क्षति का तीन श्रेणी में आंकलन करते हुए रिर्पोट तैयार करें ताकि स समय सूचना शासन को प्रेषित की जा सके।
जिलाधकारी ने उक्त दैवीय आपदा राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा एवं निगरानी हेतु अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व को तहसील खटीमा क्षेत्र में रहने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि खटीमा क्षेत्रान्तर्गत मुख्य पशुचिकित्साधिकारी स्ंवय रहकर मवेशियों की क्षति का मूल्यांकन एवं सत्यापन की कार्यवाही कराएंगे।
उपजिलाधिकारी खटीमा द्वारा बताया गया कि 1300 परिवारों को अहैतुक सहायता दी जा चुकी है। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि प्राथमिक सर्वे में गामीण क्षेत्रों में लगभग 6500 परिवार तथा शहरी क्षेत्रों में लगभग 8 हजार बाढ़/जलभराव से प्रभावित हुए है जिन्हें दो दिन के भीतर तत्कालीक सहायता प्रदान कर दी जायेगी।