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आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जारी है राहत और बचाव कार्य, मुख्यमंत्री धामी कर रहे लगातार निगरानी

देहरादून: उतराखंड में दो दिनों की भारी बारिश के कारण भयंकर तबाही मची है I प्रदेश के मैदानी इलाकों से लेकर पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश से जान माल का बहुत नुकसान पहुंचा है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार कुमांऊ के प्रभावित क्षेत्रों में बने हुए हैंI राहत एवं बचाव कार्यो का निरीक्षण कर रहे हैं I मुख्यमंत्री ने आपदा में मारे गए प्रत्येक मृतक परिजन के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की है I

बचाव और राहत अभियान में एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ की टीमें भी लगी हुई हैं। राज्य आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार अब तक कुल 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 11 अब भी लापता चल रहे हैं। विदित हो कि सबसे ज्यादा मौतें नैनीताल जिले में हुई हैं I

उत्तराखंड में दो दिन की भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। मैदानी इलाकों से लेकर पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है। हालांकि राहत की बात है अब मौसम खुल गया है। जिदंगी दोबारा पटरी पर आने लगी है लेकिन भारी बारिश के बाद आपदा से हुए नुकसान की भरपाई को काफी समय लगेगा। बेमौसम बरसात की वजह से सड़कें सहित नेशनल हाईवे टूट गईं तो पुल टूटने से जगह.जगह यात्री फंस गए हैं।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में दो दिन बारिश के बाद बुधवार को राहत की उम्मीद है। नैनीताल, चंपावत पौड़ी और पिथौरागढ़ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र से जारी पूर्वानुमान के अनुसार उत्तराखंड चार जिलों को छोड़कर बाकी जिलों में शुष्क मौसम रहने की संभावना है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आपदा की वजह से जान गंवाने वालों के आश्रितों को चार.चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा भी की। सीएम ने डीएम को निर्देश दिए कि अतिवृष्टि पीड़ितों के साथ ही उत्तराखंड आए यात्रियों को हर संभव सहयोग और सहायता दी जाए। आपदा की संवेदनशीलता को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, जिला आपदा प्रबंधनए एसडीआरएफ एवं आपदा से सम्बंधित सभी विभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने लोगों को फिलहाल अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी हैI खासकर कुमाऊं मंडल में अतिवृष्टि की अधिकता के कारण वहां अतिरिक्त एहतियात बरतने को कहा है। आगे कहा कि रास्ते खुले होने की सूचना मिलने पर ही यात्रा पर निकलने की योजना बनाएं।